03

New Dadi Aditya Singh Suryavanshi

जब अनुराधा जी रोहन की आंखों में देखती है तो उन्हें रोहन की आंखों में श्रद्धा के लिए प्यार नजर आ रहा होता है वो वहां खडी ही थी कि तभी उनके कानों में मारिया की आवाज सुनाई देती है जो कि सारे डॉक्युमेंट रेडी करके उन्हें दे देती है और कहती है कि प्लीज आप मेरी परी का बहुत ही ध्यान रखिएगा और फिर परी से कहती है की तुम भी अपनी दादी को परेशान मत करना"

परी मारिया दादी की बात सुनकर अपना असर जोर- जोर से हा में हिलाने लगती है और कहती है मैं नई दादी को बिल्कुल भी परेशान नहीं करूंगी"

अनुराधा जी श्रद्धा के मुंह से अपने लिए नई दादी! शब्द सुनकर चौंक जाती है और वह श्रद्धा के गाल खींचते हुए कहती है मैं सिर्फ तुम्हारी दादी हूं, मुझे नई दादी मत बुलाना और ऐसा कहकर अनुराधा जी अपना मुंह फुला लेती है"

श्रद्धा उनको ऐसे मुंह फुलाता देखकर कहती है" Sorry नई दादी मुझे माफ कर देना मैं आज से आपको सिर्फ दादी बुलाऊंगी वही यह सुनकर अनुराधा जी बहुत ही खुश हो जाती है"

अनुराधा जी श्रद्धा को अपनी गोद में से नीचे उतारती है और कहती है जाओ परी तुम अपने दोस्तों से मिलकर आओीं श्रद्धा उनकी बात सुनकर अपना sir हा में हीलाने लगती है और एक- एक करके सभी बच्चों से मिलने लगती वही सारे बच्चे परी को जाता देख बहुत दुखी होते हैं"

क्योंकि परी सारे अनाथ आश्रम में सबसे क्यूट और चुलबुली बच्ची थी जिसे हर कोई पसंद करता था"

परी जब रोहन के पास जाती है तो रोहन उसे जट से अपनी गोद में उठा लेता है और कहता है" परी अगर तुम मुझसे मिलने नहीं आई तो मैं तुम्हें मिलने जरूर आऊंगाी अनुराधा जी परी को लेकर अनाथ आश्रम में से निकलने लगती है"

तभी परी पीछे मुडकर मारया आंटीी को देखती हैं और एक प्यारी सी मुस्कान दे देती है वही मारीया भी अपनी आंखों में आंसू लिए परी को जाते हुए देख रहीे थीे और उसे Bye बोल रही थी वही परी भी उनको Bye बोलती है।

जब अनुराधा जी अनाथ आश्रम से बाहर आती है तो सारे बॉडीगार्ड्स एक लाइन में खडे हो जाते हैं और फिर उनमें से एक बॉडीगार्ड आकर अनुराधा जी के कार का दरवाजा खोलता है जिससे अनुराधा जी परी को लेकर उस कार में बैठ जाती है"

वही सारे बॉडीगार्ड्स एक- एक करके कार्स में बैठ जाते हैं और थोडी देर में कारों का काफिला वहां से आगे बढने लगता है"

सारी गाडियां एयरपोर्ट पर आकर रूकती है और सभी लोग एयरपोर्ट के अंदर जाने लगते हैं वही परी ने आज पहली बार एयरपोर्ट देखा था क्योंकि वह बहुत छोटी थी और वह अपनी आंखों में चमक लिए हर तरफ देख रही थी"

अनुराधा जी परी को देखकर मन ही मन खुश हो रही थी वह परी को अपनी गोद में उठाए हुए थी और फिर वह एयरपोर्ट के अंदर जाकर अपने प्राइवेट जेट में बैठ जाती है"

जब श्रद्धा जेट को देखती हैं तो वह बहुत ही खुश हो जाती है और अनुराधा जी से कहती है दादी क्या यह हेलीकॉप्टर आपका है।

अनुराधा जी अपना sir हा में हिला देती है जिसे देखकर श्रद्धा और भी खुश हो जाती है और कहती है इसका मतलब क्या मैं रोज इसमें बैठ सकती हु अनुराधा जी अपना sir हा मे हिला देती है तो श्रद्धा और भी ज्यादा खिलखिलाते हुए हंसने लगती है।

जब अनुराधा जी जेट में बैठती है तो सारे बॉडीगार्ड भी उनके साथ- साथ आ जाते है तभी सारे बॉडीगार्ड की नजर श्रद्धा पडती जो तो सब उसे देखकर बहुत खुश होते हे" श्रद्धा के पहले हुए गाल और उसका क्यूट चेहरा काफी ब्यूटीफुल था इसलिए वह सभी अपनी नजरें उसे पर से हटा नहीं पाते ऊपर से उसकी ब्लू आंखें वह किसी बार्बी डॉल से काम नहीं लग रही थी"

अनुराधा जी अपनी नजर उठाकर ऊपर देखती है तो सारे बॉडीगार्ड्स अपनी नजरे नीचे कर लेते हैं वहीं थोडी देर में सूर्यवंशी का प्राइवेट जेट वहां से टेक ऑफ करता है

दूसरी तरफ दिल्ली में एक आलीशान पैलेस में एक लडका अपने कमरे में बैठा था उसने अपना मुंह फुलाया हुआ था वही थोडी ही देर में उस कमरे का दरवाजा खुलता है और एक औरत अपने हाथों में खाने की प्लेट लीऐ कमरे के अंदर आती है।

पर वह लडका कोई भी रिएक्शन नहीं देता और वैसे ही बैठा रहा जैसे ही वह औरत उस छोटे से लडके के पास आती हैं तो वह लडका सोफे से उठकर सीधा बेड पर चला जाता है और फिर अपना मुंह फुला कर बैठ जाता है।

वह औरत जब उस लडके की ऐसी हरकत देखती है तो कहती है आदित्य इतना भी क्या गुस्सा होना चलो जल्दी- जल्दी खा लो वही वह लडका और कोई नहीं आदित्य सिंह सूयॅवंशी था जिसकी उम्र तकरीबन नौ साल की लग रही थी"

वह लडका बिना कुछ बोले बेड पर यूं ही बैठा रहता है वह औरत उस लडके के पास बेड पर बैठ जाती है और कहती है आदित्य अगर आपने अब खाना नहीं खाया तो मैं आपकी शिकायत आपकी प्यारी दादी से कर दूंगी और अगर उनको यह पता चला तो आपको तो पता ही है ना कि वह आपको कितना डाटेगी"

आदित्य दादी का नाम सुनकर गुस्से से कहता है मॉम दादी मुझे बिना बताए क्यों चली गई इसलिए मैं उन पर बहुत ही गुस्सा हूं।

आदित्य इतना कह कर फिर से चुप हो जाता है और अपना मुंह फुला लेता है वह इस वक्त काफी गुस्से में लग रहा था उसने पहले ही कमरे का कई सारा सामान फर्श पर पटक दिया था क्योंकि उसकी दादी उसे बिना बताए वाराणसी चली गई थी"

Write a comment ...

Write a comment ...