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यह अनाथ है,,,

“परी विहान के साथ वीडियो गेम खेलने के बाद अपने कमरे में चली जाती है क्योंकि सुजाता जी उसे लेने आई थी परी अपने कमरे को देखकर अपनी ब्लू आंखें बड़ी-बड़ी कर लेती है”। 

“क्योंकि सच में यह कमरा किसी प्रिंसेस के कमरे की तरह था हर तरफ पिक और लाइट पिंक कलर का फर्नीचर और सीलिंग पर बादलों की पेंटिंग और स्टार जो पूरे कमरे को काफी कूल और ब्यूटीफुल वाइब दे रहे थे”। 


“साथ ही उसके कमरे में बड़े-बड़े टेडी बेयर रखे थे जो उससे कई ज्यादा बड़े थे पर उछल-उछल कर कभी बेड पर जाती तो कभी उस टेडी बेयर को हग कर लेती”। 


“आज पहली बार उसने इतने सारे खिलौने देखे थे आश्रम में भी सभी लोग उसे खुश करने की कोशिश करते थे उसे खिलौने देते थे पर आज परी दिल से खुश थी”। 


“सुजाता जी  हल्का मुस्कुराकर परी के फोरहेड  पर किस करते हुए कहती है “परी बच्चा सो जाओ सुबह जल्दी उठना है और तुम्हें विहान के साथ स्कूल भी जाना है “। 


“परी यह सुनकर अपनी बड़ी-बड़ी आंखें झपका देती है सुजाता जी परी की मासूमियत देखकर अपने आप को रोक नहीं पाती और उसे हग करके बेड पर सुला देती है”। 

अगली सुबह

“परी अपने बड़े से बेड पर एक टेडी बेयर को हग करके लेटी थी वह बहुत ही ब्यूटीफुल लग रही थी और क्यूट भी“।


उसके बड़े-बड़े गाल बिल्कुल पिक हो गए थे और वह अपने मुंह को हल्का खोल गहरी नींद में सो गई थी” जिसकी वजह से उसके मुंह से सलाइवा निकल कर टेडी बेयर पर गिर रही थी”। 


“ सुजाता जी और अनुराधा जी जब परी को जगाने आती है तो उनकी नजर परी पर पड़ती है जो काफी क्यूट तरीके से सो रही थी वह यह देख कर परी के पास चली जाती है और उसके सर को सहलाते हुए कहती है” बच्चा जल्दी से उठो सुबह हो गई”। 

“परी पहले तो उनकी आवाज से नहीं उठती पर सुजाता जी उसे अपनी गोद में उठाकर दादी से कहती है “दादी आप विहान को देखिए वैसे भी वह कुंभकरण है “।


“दादी यह सुनकर विहान के कमरे की तरफ जाने लगती है इस घर में कई सारे नौकर थे पर सुजाता जी और अनुराधा जी दोनों ही अपने बच्चों का अच्छे से ख्याल रखती थी”। 


“सुजाता जी परी को वॉशरूम में ले जाकर उसके चेहरे को सहलाते हुए कहती है “परी बेटा उठो जल्दी तुम्हें स्कूल भी जाना है परी यह सुनकर अपनी आंखें खोल देती है और टुकुर-टुकुर सुजाता जी को देखने लगती है”। 

“सुजाता जी उसको छोटा सा ब्रश देते हुए कहती है “लो “।

“परी अपनी आंखों को मसलते हुए उस  ब्रश को ले लेती है और मुस्कुराते हुए सुजाता जी से कहती है”। 

“गुड मॉर्निंग आंटी “।

“सुजाता जी परी को डांटते हुए कहती है” मैंने कितनी बार कहा है तुम मुझे आंटी मत कहो मैं तुम्हारी मां हूं इसलिए आज से तुम मुझे मॉम कहोगी परी यह सुनकर अपना सर हा में हिला देती है”। 

‘कुछ देर बाद परी सुजाता जी के साथ नीचे आती है जहां पर डाइनिंग टेबल पर सभी लोग बैठे थे विहान परी को देखकर अपने पास आने का इशारा करता है”। 

“जिससे परी उछलते हुए विहान के पास जाकर बैठ जाती हैं तभी उसकी नजर आदित्य पर पडती हैं जो एक लड़की के पास बैठा था जो उसकी उम्र की थी और वह दोनों एक दूसरे से बातें कर रहे थे “।

“परी यह देखकर अपनी आंखें सिकुड़ लेती है क्योंकि आदित्य कभी भी उसे इस तरह बात नहीं करता था इसलिए वह अपने बड़े-बड़े गालों को और भी फुला लेती हैं उसे हमेशा अटेंशन पाने की आदत थी पर आदित्य उसे हमेशा रूड बिहेव करता था”। 

“वह लड़की जो आदित्य के पास बैठी थी वह न्यू मेंबर को देखकर आदित्य से कहती है “आदि यह कौन है”?? 


“आदित्य परी को एक नजर देखकर अपनी रूड आवाज में कहता है”  मेरी दादी ने इसे अडॉप्ट किया है तुम इस पर ध्यान मत दो”.। 

“अनुराधा जी जो हेड  चेयर पर बैठी थी वह आदित्य को डांटते हुए कहती है” आदि तुम यह क्या कह रहे हो ??आदित्य यह सुनकर चिडते हुए कहता है “मॉम मैंने क्या झूठ बोला “? ?मैं तो सच्चाई बता रहा हूं क्या यह अनाथ नहीं है ?? 

“परी भले ही 4 साल की हो पर वह काफी सेंसिटिव थी इसलिए उसे आदित्य की बातों का बुरा लगता है और उसकी बड़ी-बड़ी ब्लू आंखों में आंसू आ जाते हैं “।

“सुजाता जी परी को अपनी गोद में उठाते हुए कहती है चुप हो जा  प्रिंसेस मेरा बेटा तो पागल है तुम उसकी बात का बुरा मत मानो वह इतना कहकर उसे अपने हाथों से बनाया हुआ पैन केक खिलाने लगती है”। 


“विहान जो परी के पास बैठा था वह अपना फेवरेट डोनट परी के साथ शेयर करते हुए कहता है” देखो यह मेरा फेवरेट है पर मैं तुम्हें दे रहा हूं अब तुम रोना बंद करो”। 

“परी यह सुनकर विहान के हाथ से उस डॉनट को ले लेती है और मुस्कुराते हुए कहती है “।

“विहु तुम काफी अच्छे हो”। 

“ऐसे ही सभी ब्रेकफास्ट करते हैं अनुराधा जी ने पहले ही प्रिंसिपल से बात कर ली थी वैसे भी वह पूरी स्कूल उनकी थी इसलिए उन्हें किसी भी चीज की कोई प्रॉब्लम नहीं थी  पर वह नहीं चाहती थी कि किसी के भी सामने परी की रियल आईडेंटिटी एक्सपोज हो कयोकि वह सूर्यवंशी फैमिली से बिलॉन्ग करती है इसलिए उन्होंने उसकी पहचान छुपा कर रखी थी”। 


“आदित्य ब्रेकफास्ट के बाद अपने बगल में बैठी लड़की से कहता है “मोनिका लेट'एस गॉ”.।

“मोनिका आदित्य की बात सुनकर चेयर से खड़ी होती है और सबको बाय बोलकर आदित्य के साथ जाने लगती है तभी अनुराधा जी आदित्य को रोकते हुए कहती है तुम अकेले क्यों जा रहे हो”?? 


“आदित्य अपनी दादी को देखते हुए कहता है “दादी मुझे बास्केट बॉल मैच के लिए लेट हो रहा है आप क्या कहना चाहती है मैं हमेशा अकेले ही स्कूल जाता हूं”। 


“अनुराधा जी नौकर से परी का बैग मंगवाते हुए कहती है मैंने कल ही तुम्हें समझाया था कि तुम परी को अपने साथ ले जाओगे वह काफी छोटी है”। 

“आदित्य गुस्से में कहता है “मॉम मैं इस गुब्बारे को अपने साथ नहीं ले जाऊंगा  वह इतना कह कर मोनिका के साथ वहां से निकल जाता है “।

“ अनुराधा जी अफसोस के साथ परी को देखती हैं तभी विहान परी का हाथ पकड़ते हुए कहता है दादी आप फिक्र मत करिए मैं परी को अपने साथ ले जाऊंगा है ना परी??क्या तुम मेरे साथ आना चाहती हो ??

“परी यह सुनकर अपना सर हा में हिला देती है परी और विहान साथ में गाडी में बैठकर स्कूल जाते हैं जहां पर सभी बच्चे परी को घूर-घूर कर देख रहे थे यहां तक की 12वीं क्लास के लड़के भी परि से बातें करना चाहते थे क्योंकि वह बहुत क्यूट थी”। 

‘ जितने भी टीचर परी को क्लास में मिलते हैं वह भी बार-बार परी के सॉफ्ट फुले गालों को टच करते हैं और उसे चॉकलेट देते हैं क्योंकि परी बहुत सुंदर थी और उसकी ब्लू आंखें उसे और भी सुंदर बनाती थी”। 


“पूरे स्कूल में सभी बच्चे परी के बारे में बात कर रहे थे भले ही उन्हें परी का नाम ना आता हो पर सभी उसे ब्लू आंखों वाली लड़की कह रहे थे”। 


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